14वें महाकौथिग में तीसरे दिन इंदर आर्य और माया उपाध्याय के गीतों की रही धूम, इनके सुपर हिट गीतों पर दर्शक जमकर थिरके
राजू बोहरा / विशेष संवाददाता, लाइव न्यूज़ दिल्ली
नोएडा स्टेडियम में चले रहे 14वें महाकौथिग मेले के तीसरे दिन की शाम उत्तराखंड के प्रसिद्ध लोक गायक इंदर आर्य एवं लोक गायिका माया उपाध्याय तथा लोक गायक मृणाल रतूड़ी के नाम रही। इससे पहले तीसरे दिन सुबह के सत्र का शुभारम्भ मुख्य अतिथि मनीष वर्मा जिलाधिलारी गौतमबुद्ध नगर ने दीप प्रज्वलित कर किया। जिसके बाद विधिवत रूप से कीर्तन मंडली प्रतियोगिता का आयोजित की गयी। जिसमे प्रवासी उत्तराखंड की कुल 13 महिला कीर्तन मंडलियों द्वारा शानदार प्रस्तुतियां पेश की गयी। प्रतियोगिता की विजेता मयूर विहार फेज-3 की माँ नन्दा कीर्तन मण्डली रही। वहीँ सुनीता ध्यानी कार्तिन मंडली इन्द्रापुरम दूसरे स्थान पर रही, जबकि माँ दुर्गा कीर्तन मंडली वैशाली तीसरे स्थान पर रही।
वहीँ शाम के सत्र का शुभारम्भ नोएडा शमन विभाग के मुख्य शमन अधिकारी (CFO) प्रदीप कुमार, उत्तराखंड सांस्कृतिक समिति के अध्यक्ष जेपीएस रावत तथा नोएडा लोकमंच के महासचिव महेश सेक्साना ने दीप प्रज्वलित कर किया। उसके बाद युवा लोक गायक इंदर आर्य और लोक गायिका गायिका माया उपाध्याय तथा लोक गायक मृणाल रतूड़ी ने एक बढ़कर एक शानदार गीतों से कार्यक्रम में समां बांध दिया।
इंदर आर्य ने तेरो लहंगा, बोल हीरा बोल, गुलाबी शरारा, नजर न लागो, मॉर्डन कुमाऊँ, और आजकल सबसे ज्यादा चर्चित गीत सांवरी सांवरी… त्यर खुटा का झांवरी जैसे सुपरहिट गीतों की प्रस्तुति देकर दर्शकों को खूब नचाया। वहीँ माया उपाध्याय ने भी हाई ककड़ी झिले मा, क्रीम पौडरा घिसनी किले, लाली हो लाली हसिया, जैसे कई कुमाऊंनी और गढ़वाली गीतों से दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। इसके अलावा युवा लोक मृणाल रतूड़ी ने भी एक से बढ़कर एक शानदार गीत प्रस्तुत किये।
इसके अलावा प्रसिद्ध अभिनेता राकेश गौड़, डॉक्टर सतीश कालेश्वरी, रमेश ठंगरियाल तथा गीता गुसाईं नेगी ज्योति गौड़ एकाग्र तथा कियाना गौड द्वारा द्वारा सुप्रसिद्ध लोक गायक गढ़रत्न नरेंद्र सिंह नेगी की एक कालजयी रचना (लोक गीत) “जी रै जागी रै जुराज रै तू, तेरा हाथ खुटौ कांडू न चुभी कभी..” पर शानदार अभिनय की प्रस्तुति दी। इस गीत पर रंगमंच से जुड़े इन कलाकारों का इतना जबरदस्त अभिनय देखकर दर्शकों की नम हो गयी।
वहीँ शाम के सत्र का शुभारम्भ नोएडा शमन विभाग के मुख्य शमन अधिकारी (CFO) प्रदीप कुमार, उत्तराखंड सांस्कृतिक समिति के अध्यक्ष जेपीएस रावत तथा नोएडा लोकमंच के महासचिव महेश सेक्साना ने दीप प्रज्वलित कर किया। उसके बाद युवा लोक गायक इंदर आर्य और लोक गायिका गायिका माया उपाध्याय तथा लोक गायक मृणाल रतूड़ी ने एक बढ़कर एक शानदार गीतों से कार्यक्रम में समां बांध दिया।
इंदर आर्य ने तेरो लहंगा, बोल हीरा बोल, गुलाबी शरारा, नजर न लागो, मॉर्डन कुमाऊँ, और आजकल सबसे ज्यादा चर्चित गीत सांवरी सांवरी… त्यर खुटा का झांवरी जैसे सुपरहिट गीतों की प्रस्तुति देकर दर्शकों को खूब नचाया। वहीँ माया उपाध्याय ने भी हाई ककड़ी झिले मा, क्रीम पौडरा घिसनी किले, लाली हो लाली हसिया, जैसे कई कुमाऊंनी और गढ़वाली गीतों से दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। इसके अलावा युवा लोक मृणाल रतूड़ी ने भी एक से बढ़कर एक शानदार गीत प्रस्तुत किये।
इसके अलावा प्रसिद्ध अभिनेता राकेश गौड़, डॉक्टर सतीश कालेश्वरी, रमेश ठंगरियाल तथा गीता गुसाईं नेगी ज्योति गौड़ एकाग्र तथा कियाना गौड द्वारा द्वारा सुप्रसिद्ध लोक गायक गढ़रत्न नरेंद्र सिंह नेगी की एक कालजयी रचना (लोक गीत) “जी रै जागी रै जुराज रै तू, तेरा हाथ खुटौ कांडू न चुभी कभी..” पर शानदार अभिनय की प्रस्तुति दी। इस गीत पर रंगमंच से जुड़े इन कलाकारों का इतना जबरदस्त अभिनय देखकर दर्शकों की नम हो गयी।
महाकौथिग का कार्यक्रम देखने के लिए विशेष रूप से उत्तरकाशी गंगोत्री धाम से कन्हैया सेमवाल, राजेश प्रसाद, मनमोहन सेमवाल, रवि नौटियाल तथा संजय कुमार पहुंचे थे. इसके अलावा उत्तराखंड सांस्कृतिक समिति ग्रेटर नोएडा से अध्यक्ष जेपीएस रावत, डीएस नेगी, ललित पडलिया, केएन कांडपाल, बच्चीराम रतूड़ी, कृष्णा पन्त, तारा दत्त शर्मा, जीसी भट्ट आदि मौजूद रहे. कार्यक्रम के दौरान मंच संचालन प्रशांत गगोड़िया तथा आयुषी जुयाल ने किया।
इस अवसर पर महाकौथिग के मुख्य संयोजक राजेन्द्र चौहान, संस्थापक कल्पना चौहान, अध्यक्ष आदित्य घिल्डियाल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष हरीश असवाल, महासचिव लक्ष्मण सिंह रावत, कोषाध्यक्ष सुबोध थपलियाल, इंद्रा चौधरी, नरेन्द सिंह बिष्ट, उपेन्द्र पोखरियाल, जगत सिंह रावत, पी.एन. शर्मा, आर.पी. घिल्डियाल, विनोद कबटियाल, दीवान सिंह लटवाल, दिगमोहन नेगी, सौरभ धस्माना, गिरीश कोटनाला, उदय ममगाई राठी, कृष्ण कुमार सुद्रियाल, देवेन्द्र सिंह रावत, पुष्पा रावत, रेखा चौहान, सचिव पुष्पा भट्ट, सुरेन्द्र बिष्ट, मोनू नेगी, दिनेश लखेड़ा, राजेन्द्र सिंह रावत, चंदन सिंह गुसांई, आनन्द पांडे, दीपक बेलवाल, संजय उनियाल, अमर देव भट्ट, यशवंत सिंह रावत, खेशांत खुराना, रजनी जोशी, सत्येन्द्र नेगी, नीरज रावत, हेमन्त जोशी, हरेन्द्र शर्मा, आयुषी जुयाल, इन्दिरा प्रसाद उनियाल, एस. पी. धस्माना, भगवती प्रसाद जुयाल, रमेश चंद्र नैलवाल, रमेश भारद्वाज, सुदर्शन चौधरी, मंजू बड़थ्वाल, लता रावत, केशव दत्त जोशी, सीमा पंवार, सुनीता रावत, तान्या आर्य, सुषमा जोशी,
वंदना बिष्ट, हरिदत्त भट्ट, एस.पी. चमोली, अमित पोखरियाल, आर.एस. असवाल, अनिता भट्ट, मुकेश लखेडा, सुनीता ध्यानी, प्रभा बिष्ट, कविता करगेती, दिगपाल कैंतुरा, धनराज सिंह नेगी, महेश नेगी, अंजू पुरोहित, बबली अधिकारी, पुष्पा देवली, खुशाल सिंह बिष्ट, शिशपाल सिंह रावत, आनंद सिंह रौथाण, गणेश बिष्ट, भीम सिंह रावत, बीना कोठारी, सुनीता रावत, शारदा अधिकारी, लक्ष्मी शर्मा वेदवाल, शीला पंत, विनीता नयाल, भुवनेश्वरी रावत, मंजू जोशी, संगीता भोज, सुनीता नयाल, हरीश जुयाल, जगदीश भट्ट, किरन रामपाल, बबीता नेगी, रेनू उनियाल, बबली ममगाई, लक्ष्मी पांडे, नवीन कोठियाल, राकेश सिंह गुसांई, शोभित गुसांई, आशीष रावत, राजेश गुसांई, विजय चौहान, नितेश भट्ट समेत हजारों की संख्या में दर्शक मौजूद रहे। उत्तराखंड की जानीमानी आर्टिस्ट आयुषी जुयाल ने शानदार एंकरिंग की।