रोज बढ़ रहे पेट्रोल-डीजल के दाम, गुवाहाटी में बंद रहेंगे पेट्रोल पंप।

NEW DELHI : नॉर्थ ईस्ट इंडिया पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन (NEIPDA) की ओर से पेट्रोलियम डीलरशिप व्यवसाय से संबंधित विभिन्न मुद्दों से जुड़ी 10 सूत्री मांगें रखी गई हैं। एसोसिएशन चाहता है कि इनको तत्काल स्वीकार किया जाए।

महंगाई की मार से लगातार परेशान आम लोगों को राहत के आसार के आसार नहीं दिख रहे हैं। पेट्रोल-डीजल की कीमतें बहुत जल्दी-जल्दी बढ़ रही हैं। इससे ट्रांसपोर्ट महंगा होने से आम आदमी की जरूरतों की हर चीज महंगी होती जा रही हैं। महंगाई के चलते पेट्रोलियम डीलर्स भी परेशान हैं। इसको लेकर असम में एक प्रमुख पेट्रोलियम डीलर संघ ने गुवाहाटी में शुक्रवार सुबह छह बजे से 48 घंटे के लिए पेट्रोल पंप बंद करने का आह्वान किया है।

बंदी की अपील करने वाले नॉर्थ ईस्ट इंडिया पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन (NEIPDA) की ओर से पेट्रोलियम डीलरशिप व्यवसाय से संबंधित विभिन्न मुद्दों से जुड़ी 10 सूत्री मांगें रखी गई हैं। एसोसिएशन चाहता है कि इनको तत्काल स्वीकार किया जाए। एसोसिएशन ने कहा है कि टैंकरों को लोड करने के लिए ठेकेदार बार-बार मना करते हैं, एसएपी खातों से अवैध कटौती की जा रही है और स्वचालन व्यवस्था दोषपूर्ण है। इससे काफी परेशानी हो रही है। वे चाहते हैं कि इस पर तत्काल कार्रवाई हो। इन मांगों को तेल निर्माण कंपनियों के समक्ष रखा गया था, जिन्होंने अब तक जवाब नहीं दिया है। इसी वजह से वे 48 घंटे के लिए पेट्रोल पंप बंद करने का आह्वान किए हैं।

डीजल और पेट्रोल की कीमतें (Diesel Petrol Prices) लगातार बढ़ रही हैं। सिर्फ इसी महीने डीजल 5.60 रुपये और पेट्रोल 4.30 रुपये महंगा हो चुका है। गुरुवार को भी दिल्ली और मुंबई में ईंधन की कीमतों में 35 पैसे की बढ़ोतरी की गई। आज दिल्ली में इसे क्रमशः 106.54 प्रति लीटर और 95.27 रुपए प्रति लीटर पर बेचा जाएगा। मुंबई में आज पेट्रोल की कीमत 112.44 रुपए प्रति लीटर है और डीजल 103.26 रुपए प्रति लीटर पर बेचा जाएगा।

इससे ट्रांसपोर्ट का काम भी प्रभावित हो रहा है और लोगों की दिक्कतें बढ़ रही है। इतना ही नहीं रसोई गैस की कीमतों में भी लगातार इजाफा हो रहा है। इसका सीधा असर आम आदमी की पाकेट पर होता है। फिलहाल जो हालात दिख रहे हैं, उससे जल्द राहत की उम्मीद नहीं की जा सकती है।

दूसरी तरफ बताया जा रहा है कि पेट्रोल और डीजल की कीमतों में इजाफे का सीधा फायदा टाटा (Tata) और महिंद्रा (Mahindra) जैसी इलेक्ट्रिक कार (E-Car) बनाने वाली कंपनियों को हो रहा है। इससे इलेक्ट्रिक बाइक (E-Bike) समेत सभी इलेक्ट्रिक वाहनों (E-Vehicle) की मांग में तेजी आ रही है।

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