‘लम्हें जिंदगी के’ के द्वारा हिंदी दिवस के अवसर पर काव्य गोष्ठी एवं कविता प्रतियोगिता का आयोजन किया 

राजू बोहरा / विशेष संवाददाता, लाइव न्यूज़ दिल्ली 
“लम्हें जिंदगी के” मंच के द्वारा हिंदी दिवस के अवसर पर दिनांक 14 सितंबर 2024 को आभासी काव्य गोष्ठी सह कविता प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसमें देश विदेश के कई रचनाकारों ने भाग लिया। इस प्रतियोगिता में भाग लेने वाले कवियों को ही एक दूसरे का मूल्यांकन करने का दायित्व सौंपा गया। कवियों ने लगभग ढ़ाई घंटे तक काव्य पाठ किया और “हिंदी: मेरा अभिमान” पर अपने सुविचारों की काव्य श्रृंखला प्रस्तुत की।

सबों के मूल्यांकन के आधार पर कामिनी मिश्रा जी को प्रथम स्थान पर रखा गया। महेश चंद्र शर्मा राज जी को द्वितीय स्थान, सुश्री अर्चना जैन जी को तीसरे स्थान प्राप्त किया प्रतिभागियों को चार सांत्वना पुरस्कार भी दिए गए , जिसे पाने वाले हैं- सुश्री दीप्ति जी, डॉ रश्मि चौबे जी, डॉ स्मृति श्रीवास्तव जी (सिंगापुर से), डॉ रमा त्यागी जी। सभी विजेताओं को सम्मान पत्र देकर प्रोत्साहित किया गया। निर्णय में नियामक की भूमिका मंच के प्रबंधन समिति से श्री प्राणेंद्र नाथ मिश्र, सुश्री सरोजिनी चौधरी और डॉ हिमांशु शेखर ने निभाई।

इसके साथ साथ मंच ने प्रेषित कविताओं का मूल्यांकन कर सम्मान देने का कार्य भी किया। ये आभासी प्रतियोगिता से स्वतंत्र थी और इसमें कविताओं की नवीनता, बिम्ब, भाव और वैचारिक चित्र का संज्ञान लिया गया। इसमें त्रि-सदस्यीय निर्णायक मंडल ने सक्रिय भूमिका निभाई और कविताओं का हिंदी भाषा, व्याकरण, साहित्य और विधान के आधार पर तीन सर्वश्रेष्ठ रचनाओं का चयन किया।

प्रथम पुरस्कार डॉ अवधेश तिवारी जी को दिया गया। द्वितीय और तृतीय पुरस्कार का सम्मान क्रमश: शकुंतला मित्तल जी और सुकृति श्रीवास्तव जी को दिया गया। सभी विजेताओं को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। मंच की संस्थापिका और अध्यक्ष डॉ पूजा भारद्वाज ने सभी प्रतिभागियों और पुरस्कार विजेताओं को बधाई दी और आभासी सम्मान पत्र वितरित किए। उन्होंने मंच के हर सदस्य से मंच की गतिविधियों में खुलकर भाग लेने का अनुरोध किया।

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