प्रेम ही परमो धर्म काव्य गोष्ठी का सफल आयोजन हुआ

राजू बोहरा / विशेष संवाददाता, लाइव न्यूज़ दिल्ली

अक्षर भारती संस्थान और लम्हे जिंदगी के द्वारा संयुक्त तत्वाधान में “प्रेम ही परमो धर्म” काव्य एवं संस्कृति का अनुपम संगम का शानदार आयोजन किया गया। यह आयोजन साहित्यिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक चेतना का उत्कृष्ट उदाहरण बना।

कार्यक्रम का शुभारंभ डॉ. अवधेश तिवारी “भावुक” द्वारा माँ सरस्वती के पूजन एवं पुष्प अर्पण से हुआ। सुप्रसिद्ध कवयित्री पूजा श्रीवास्तव जी ने स्वर लहरियों में बंधी शारदे वंदना प्रस्तुत कर वातावरण को आध्यात्मिकता से ओतप्रोत कर दिया।

कार्यक्रम में आमंत्रित देशभर के प्रतिष्ठित कवियों ने अपनी रचनाओं से श्रोताओं को भावविभोर किया। प्रत्येक काव्य प्रस्तुति में समाज के विविध पहलुओं, मानवीय भावनाओं, स्त्री संवेदना, हास्य राष्ट्रप्रेम और सांस्कृतिक चेतना की गूंज सुनाई दी।

कार्यक्रम की मुख्य संयोजिका और संस्था की अध्यक्ष डॉ. पूजा भारद्वाज ने सभी अतिथियों, कवियों एवं श्रोताओं के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि “लम्हे ज़िंदगी के” संस्था का उद्देश्य ही साहित्य को जन-जन तक पहुँचाना है। ऐसे आयोजनों से न केवल साहित्य को संबल मिलता है, बल्कि संवेदना और संवाद की संस्कृति भी सशक्त होती है।

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