शहीदों की याद में एक शाम शहीदों के नाम कार्यक्रम का आयोजन, मुख्य अतिथि बने केन्द्रीय राज्य मंत्री बघेल

रिपोर्ट राजू बोहरा लाइव न्यूज़ दिल्ली

अमर शहीद भगत सिंह ने स्वतंत्र भारत के लिए अपनी  व्यक्तिगत स्वतंत्रता को दांव पर लगा दिया । उन्होंने प्रदर्शित किया कि दृढ़ विश्वास औऱ साहस कभी आप पर बोझ नहीं बनता। उनका संक्षिप्त जीवन जो एक तेज ज्योति की तरह है , आज भी हमें प्रेरित करता है – ये विचार केन्द्रीय राज्य न्याय एवं कानून मंत्री एसपी सिंह बघेल ने राजधानी में शहीदों की याद में आयोजित “एक शाम शहीदों के नाम” कार्यक्रम में व्यक्त किए।

इस मौके पर केन्द्रीय राज्य मंत्री ने आज के युवाओं में भी उमड़ती राष्ट्र प्रेम की भावना की सराहना की। उन्होंने नवजोश इंडिया फाउन्डेशन के प्रमुख चंद्र मौली शर्मा के द्वारा शहीदों की याद में कई वर्षों से किए जा रहे प्रयास की प्रशंसा करते हुए उन्हें भविष्य में भी ऐसे आयोजनों को करने के लिए प्रेरित किया।

 नवजोश इंडिया फाउन्डेशन और मां पानवती फाउन्डेशन द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद, शहीद भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव सिंह, उधम सिंह और मंगल पांडे के वंशजों को सम्मानित कर अमर शहीदों को याद किया गया, केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, केंद्रीय राज्य न्याय एवं कानून मंत्री एसपी सिंह बघेल, गीत ऋषि संतोष आनंद, आध्यात्मिक गुरु डॉ पवन सिन्हा, वैदिक गुरु आचार्य शैलेश तिवारी, वरिष्ट पत्रकार दीपक परवत्तियार, अर्थशास्त्री शरद कोहली और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने अमर शहीदों, उनके अमूल्य योगदानों और आज भी उन्हे याद किए जाने के महत्वों पर अपने विचार रखे। सुप्रसिद्ध कवयित्री गौरी मिश्रा की सरस्वती वन्दना की आजाद भवन में बैठे सभी लोगों ने जमकर तारीफ की।

इस मौके पर शहीद चंद्रशेखर आजाद के भतीजे पंडित सुजीत आजाद, महान स्वंतत्रता सेनानी श्री अमरनाथ शर्मा की पत्नी श्रीमती सीता देवी, आजाद हिंद फौज के गुमनामों को शहीदी की दर्जा दिलवाने की मुहीम चलाने वाले श्री भगवान फोगाट और अन्य कईं अन्य विशिष्ठ व्यक्ति मौजूद रहे। समारोह में एक प्यार का नगमा है, मेरी जान तिरंगा जैसे अनगिनत गीतों के रचयिता संतोष आनंद की अध्यक्षता में शहीदों की याद में एक कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्य रूप से राजेश चेतन, गौरी मिश्रा, दीपक सैनी, प्रदीप गुप्ता, डॉ कविता, शैली आनंद, अंजना अंजुम, प्रशांत प्रखर जैसे हिंदी जगत के कईं  दिग्गजों ने शहीदों की याद में काव्य पाठ किया।

समरोह में पंचकुला से आए अशोक नादिर के काव्य संग्रह शहीदों को श्रद्धासुमन का गणमान्य अतिथियों द्वारा विमोचन भी किया गया। देर ना हो जाए कहीं देर न हो जाए, एक मुलाकात जरूरी है सनम, नही होना था लेकिन हो गया प्यार फेम साबरी ब्रदर्स ने भी अपनी एक के बाद एक खास प्रस्तुतियों से इस संध्या को यादगार बना दिया। नवजोश इंडिया फाउन्डेशन के प्रमुख चंद्र मौली शर्मा मां पानवती फाउंडेशन के अध्यक्ष सत्य सिंधु ने कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया की इस कार्यक्रम का उदेश्य आज के युवाओं में देश प्रेम की भावना का विस्तार करना है।

 कार्यक्रम का संचालन राजेश चेतन, कविता अरोड़ा, दीपक सैनी ने किया। इस मौके पर नवजोश इंडिया फाउन्डेशन के जसबीर सिंह, मां पानवती फाउंडेशन के दिल्ली प्रदेश की संयोजक पूनम पांडे, वरिष्ठ पत्रकार मनीष सिन्हा, इकोस्कूल ग्रुप ऑफ कंपनीज के फाउंडर और स्पार्क एस्ट्रोनॉमी के डायरेक्टर क्षितिज विशिष्ठ, पवन गुप्ता, रमेश गुप्ता और अन्य समाजसेवी मौजूद रहे।

 

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