27 मई को ही हो जाती सिद्धू मूसेवाला की हत्या, इस कारण उस दिन बच गई थी जान
नई दिल्ली: सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में प्रियव्रत फौजी ने पूछताछ के दौरान बड़ा खुलासा किया है. Zee Media को स्पेशल सेल के सूत्रों ने जानकारी दी है कि सिद्धू मूसेवाला को गोली मारने वाले शूटर और बुलेरो मॉड्यूल के हेड प्रियव्रत फौजी ने पूछताछ में बताया की 27 मई को सिद्धू की हत्या हो जाती.
प्रियव्रत फौजी ने बताया की 27 मई को सिद्धू मूसेवाला अपने घर से अकेला गाड़ी में बैठकर निकला था, जिसके बाद बोलेरो और कोरोला कार में सवार शूटर सिद्धू के पीछे पड़ गए थे. सिद्धू किसी केस के सिलसिले में कोर्ट के लिए निकला था और उसकी गाड़ी के पीछे शूटर की गाड़ी ने पीछा करना शुरू कर दिया, लेकिन मूसेवाला की गाड़ी मेन हाईवे पर तेजी से चलने लगी और शूटर बहुत दूर तक सिद्धू की गाड़ी का पीछा नहीं कर पाए और प्लान फेल हो गया.
पुलिस को शक है कि शूटर के पास से जो हथियार बरामद हुए हैं पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए तो पंजाब नहीं पहुंचे, क्योंकि वो इंडियन मेड नहीं हैं. प्रियव्रत फौजी से ग्रेनेड लांचर, हैंड ग्रेनेड, इलेक्ट्रोनिक डेटोनेटर और AK-47 जैसी दिखने वाली रायफल बरामद हुई है, ये सभी हथियार इंडियन मेड नहीं हैं. स्पेशल सेल के सूत्रों के अनुसार ऐसे हथियार पिछले दिनों पाकिस्तान से बड़े पैमाने पर ड्रोन से गिराए गए थे. पुलिस को शक है कि ये हथियार भी उसी खेप का हिस्सा हो सकते हैं.
पाकिस्तान से हथियार मंगवाता रहा है बिश्नोई गैंग
लॉरेंस बिश्नोई का पाकिस्तान में अच्छा नेटवर्क है, इसके अलावा पंजाब का गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया भी पाकिस्तान से ड्रग्स मंगवाता था, जिसके साथ वो कई बार हथियार भी मंगवा चुका है. जग्गू ने पूछताछ में इस बात का खुलासा भी किया था की एक बार उसने पाकिस्तान से 40 पिस्टल मंगवाई थी, लेकिन वो पकड़ी गई थी. बिश्नोई गैंग पाकिस्तान, मध्य प्रदेश, मुंगेर से हथियार मंगवाता रहा है. बिश्नोई का एक नेटवर्क अमेरिका में भी बैठा हुआ है. जो अलग-अलग बॉर्डर से पंजाब में हथियार पहुंचाता है.