संजय राउत पर एकनाथ शिंदे का पलटवार, कहा- शिवसेना को बचाने के लिए मर भी जाएं, तो कोई बात नहीं
महाराष्ट्र में जारी सियासी संकट के बीच नेताओं का वार पलटवार भी जारी है। अब शिवसेना नेता संजय राउत के बयान पर बागी नेता एकनाथ शिंदे ने पलटवार किया है। एकनाथ शिंदे ने संजय राउत के हमले पर ट्वीट करते हुए जवाब दिया है। उन्होंने ट्वीट किया, “बालासाहेब ठाकरे के हिंदुत्व के विचारों के लिए और बालासाहेब की शिवसेना को बचाने के लिए मर भी जाएं, तो भी कोई बात नहीं। ऐसा हुआ तो हम सब इसे अपना भाग्य समझेंगे।”
शिंदे ने कहा, “वे लोग बालासाहेब ठाकरे का समर्थन कैसे कर सकते हैं, जिनका दाऊद से सीधा संबंध है। जिन्होंने मुंबई बम विस्फोट करके निर्दोष मुंबईकरों को मार डाला? इसलिए ये कदम उठाया है, हम सबको मौत की चौखट पर ले गए तो भी बेहतर है।”
इससे पहले संजय राउतन ने शिंदे गुट पर हमला करते हुए कहा कि ये जो 40 लोग गुवाहाटी गए हैं ना, उनकी बॉडी ही यहां आएगी, आत्मा नहीं आएगी। राउत ने कहा कि वो वहां तड़प रहे हैं। जब ये (बागी विधायक) यहां (मुंबई) उतरेंगे तो ये मन से जीवित नहीं रहेंगे, उनको पता है ये जो आग लगाई है उस आग में क्या हो सकता है। राउत ने कहा कि आकर दिखाओ, मेरा चेलेंज है।
“कब तक छुपोगे गुवाहाटी में, आना ही पड़ेगा चौपाटी में”
बता दें कि शिवसेना पर नियंत्रण को लेकर उद्धव ठाकरे और बागी विधायक एकनाथ शिंदे के बीच खींचतान जारी है। इस संकट के बीच पार्टी के नेता संजय राउत ने शनिवार को बागी विधायकों को विधानसभा की सदस्यता छोड़कर नए सिरे से चुनाव का सामना करने की चुनौती दी थी। वहीं, संजय राउत ने आज को पार्टी के बागी विधायकों पर निशाना साधते हुए एक ट्वीट में कहा कि आखिर कब तक वे (विधायक) असम के गुवाहाटी में ‘छिपे’ रहेंगे, आखिरकार उन्हें ‘चौपाटी’ आना ही होगा। राउत ने ट्वीट किया, “कब तक छुपोगे गुवाहाटी में, आना ही पड़ेगा चौपाटी में।”
वहीं, शिंटे गुट के नेता दीपक केसरकर ने आज रविवार को कहा कि शिंदे गुट के विधायक किसी भी समय महाराष्ट्र विधानसभा में फ्लोर टेस्ट का सामना करने के लिए तैयार हैं, लेकिन पहली मान्यता एकनाथ शिंदे गुट को दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि हम एमवीए सरकार के साथ नहीं जाएंगे। दीपक केसरकर ने कहा कि एक से दो विधायक और हमारे साथ आएंगे। उनके समर्थन और अन्य निर्दलीय उम्मीदवारों के साथ हमारी ताकत बढ़कर 51 हो जाएगी। हम 3-4 दिनों में एक निर्णय पर पहुंचेंगे और उसके बाद हम सीधे महाराष्ट्र वापस जाएंगे।