करियर शुरू होने से पहले ही अनुराधा पौडवाल ने कर लिया था इंडस्ट्री छोड़ने का फैसला, जानिए क्यों
NEW DELHI : अनुराधा पौडवाल ने एक इंटरव्यू में बताया था, ‘मैंने करियर की शुरुआत में ही तय कर लिया था कि मैं एक समय पर जाकर फिल्म इंडस्ट्री छोड़ दूंगी। क्योंकि धीरे-धीरे फिल्मों का स्वरूप बदल रहा था।’
अनुराधा पौडवाल का जन्म 27 अक्टूबर 1952 को हुआ था। उन्होंने कई सुपरहिट गानों को अपनी आवाज दी। अनुराधा पौडवाल ने अपने करियर की शुरुआत साल 1973 में रिलीज हुई फिल्म ‘अभिमान’ से की थी। इसमें लीड रोल में अमिताभ बच्चन और जया भादुड़ी थे। लेकिन उन्हें पहचान साल 1976 में रिलीज हुई डायरेक्टर सुभाष घई की फिल्म ‘कालीचरण’ से मिली थी। इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा और एक समय फिल्म इंडस्ट्री की सबसे सफल सिंगर बन गईं।
अनुराधा पौडवाल को फिल्म इंडस्ट्री में लाने वाले टी-सीरीज के मालिक गुलशन कुमार ही थे। दरअसल उन दिनों लता मंगेशकर काफी हिट हुआ करती थीं और अनुराधा पौडवाल की आवाज गुलशन कुमार को लता मंगेशकर जैसी लगती थी। यही वजह थी कि एक समय पर आकर अनुराधा पौडवाल ने फैसला कर लिया था कि वह सिर्फ टी-सीरीज के लिए ही गाने गाएंगी। करियर के पीक पर होने के बावजूद उन्होंने भक्ति गीत गाने शुरू कर दिए थे। इसका उनके करियर पर निगेटिव प्रभाव पड़ा और धीरे-धीरे वह मुख्य धारा से बाहर हो गईं।
एक इंटरव्यू में जब अनुराधा पौडवाल से इसके बारे में पूछा गया था तो उन्होंने कहा था, ‘मैंने अपना करियर शुरू करने से पहले ही सोच लिया था कि मैं पीक पर पहुंचने के साथ ही फिल्म इंडस्ट्री से किनारा कर लूंगी। पहले फिल्में म्यूजिक ओरिएंटिड भी हुआ करती थीं। लेकिन अब ऐसा नहीं हो रहा है।’ यही वजह थी कि जब अनुराधा पौडवाल एक के बाद एक सुपरहिट गाने दे रही थीं तो उन्होंने कुछ समय के लिए ब्रेक भी लिया था। लेकिन उनके इस ब्रेक का फायदा अन्य गायकों को मिला और अलका याग्निक, कविता कृष्णमूर्ति सुपरहिट गानों की पर्याय बन गईं। आखिरी बार अनुराधा पौडवाल ने साल 2006 में रिलीज हुई फिल्म ‘जाने होगा क्या’ के लिए गाना गाया था।
पति और बेटे का निधन: अनुराधा पौडवाल का निजी जीवन भी काफी तकलीफों से भरा रहा। उनकी शादी एसडी बर्मन के असिस्टेंट रहे अरुण पौडवाल से हुई थी। अरुण खुद भी एक म्यूजिक कंपोजर थे। लेकिन साल 1991 में उनका आकस्मिक निधन हो गया था। उस समय अनुराधा के ऊपर दो बच्चों की जिम्मेदारी आ गई थी। पिछले साल 35 साल की उम्र में उनके बेटे आदित्य पौडवाल का भी निधन हो गया था। आदित्य लंबे समय से किडनी की बीमारी से जूझ रहे थे। आदित्य भी भक्ति गीत गाया करते थे। उनकी बेटी कविता पौडवाल भी सिंगर हैं।
उदित नारायण की मदद: फिल्म इंडस्ट्री में सबसे सुपरहिट जोड़ी उनकी और उदित नारायण की मानी जाती थी। दोनों ने कई रोमांटिक गाने साथ गाए थे। ‘द कपिल शर्मा शो’ में उन्होंने उदित नारायण से जुड़ा एक किस्सा साझा किया था। उन्होंने बताया था, ‘एक बार उदित जी को गाने में काफी परेशानी हो रही थी। मैंने उन्हें काली मिर्च दी, जिससे उनका गला थोड़ा ठीक हो जाए, लेकिन बाद में उन्हें हिचकी आने लगी। मैंने पूछा कि क्या हो गया? तो उन्होंने कहा मुझे तीखी चीज से एलर्जी है। मैंने कहा कि ये बात तो आपको पहले बतानी चाहिए थी। दरअसल ये पता ही नहीं चलता कि उदित जी मजाक कर रहे हैं या सच बोल रहे हैं।’