गुमनाम शहीदों को उजागर करना हमारा दायित्व है : जयसिंह कटारिया
राजू बोहरा / विशेष संवाददाता, लाइव न्यूज़ दिल्ली
नई दिल्ली : गुमनाम शहीदों को उजागर करना हमारा दायित्व है क्योकि देशभक्त हमारे प्रेरणा स्रोत हैं। वर्तमान में युवाओं को संस्कारित करना हमारा लक्ष्य होना चाहिए इससे उनका भविष्य उज्जवल होगा ये विचार स्पॉट लाईट कम्युनिकेशन के एम.डी. जयसिंह कटारिया ने पत्रकार चन्द्रमोहन आर्य की पुस्तक ” महान देशभक्त” के लोकार्पण समारोह पर दिल्ली आर्य प्रतिनिधि सभा के शहीद शताब्दी कार्यक्रम में कहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए वरिष्ठ नागरिक केसरी क्लब की चेयरप्रशन श्रीमती किरण चोपड़ा ने बताया कि आज़ादी की जिस खुली हवाओं में हम सांस ले रहे है , उसके लिए लाखों बच्चों , युवाओं, महिलाओं, बुजुर्गों ने कुर्बानियां दी, भयंकर अत्याचार सहन किये। स्वतंत्रता आंदोलनों में भाग लिया तथा देश की एकता अखंडता के लिए शहीद हो गये उनमें हमारे गुमनाम स्वतंत्रता सेनानी भी शामिल है।
वरिष्ठ समाजसेवी एवं शिक्षाविद् बी.वी.एम. पब्लिक स्कुल के चेयरमैन डॉ॰ प्रवीण शर्मा ने कहा कि देशभक्ति की भावना में कोई कमी ना आने दे क्योकि कड़े परिश्रम, खुन पसीना बहाने के बाद हमें आजादी मिली हैं। इसलिए हमें उसे सुरक्षित रखने के लिए बच्चो को बचपन में ही अच्छे संस्कार देने चाहिए। अपार फाउंडेशन के डायरेक्टर राजकुमार जेन ने कहा आजादी की लड़ाई में लाखों स्वतंत्रता सेनानी आगे आए, उनमें से गोपीनाथ साहा भी एक महान क्रांतिकारी थे। जिन्होंने मात्र 19, वर्ष की अवस्था में सुभाष चन्द्र बोस व क्रांतिकारियों की रक्षा हेतु अपना बलिदान दे दिया।
लेखक चन्द्रमोहन आर्य ने बताया कि ” महान देशभक्त ” शहीद वीरों का शताब्दी संस्करण हैं, जिसमें सिंध के शहीद हेमु कालाणी, आंध्रप्रदेश के शहीद अल्लुरी सीताराम राजु जो सो साल पहले आजादी में शहीद हो गए। उनके अतिरिक्त क्रांतिकारी गुरू महर्षि दयानन्द व अनके अनुयायियों की लगातार 5,वर्ष की शहादत कथाए शामिल है। शहीद शताब्दी पर आर्य प्रतिनिधि नरेंद्र आर्य , अनिल – अजय चौधरी , वेद प्रकाश , सुरेंद्र सिंघल, पंकज गुप्ता, विजेंदर इत्यादि ने भी प्रेरक विचार रखे ! आचार्य चंद्रशेखर शास्त्री ने गायत्री मंत्र पाठ कराया तथा सबको बौधिक , धार्मिक, सात्विक बनने की प्रेरणा दी।