अमर संदेश समाचार पत्र द्वारा सिलक्यारा टनल के सफल रेस्क्यू ऑपरेशन पर विचार गोष्ठी व कर्मवीर सम्मान-2024 पर सफल आयोजन हुआ सम्पन्न

राजू बोहरा / विशेष संवाददाता, लाइव न्यूज़ दिल्ली

नई दिल्ली। उत्तराखंड यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर 12 नवंबर 2023 को सुबह पांच बजे उत्तरकाशी में सिलक्यारा टनल हादसे के बाद 17 दोनों तक निरंतर चले विश्व के सबसे बड़े रेस्क्यू ऑपरेशन में 41 श्रमिको को सकुशल बचाए जाने की केंद्र व राज्य सरकार की उपलब्धि पर एक विचार गोष्ठी एवं सम्मान समारोह-2024 का आयोजन खचाखच भरे डिप्टी स्पीकर हाल कांस्टीट्यूशन क्लब नई दिल्ली में 23 फरवरी को दिल्ली से प्रकाशित ख्यातिरत समाचार पत्र अमर संदेश के सौजन्य व पोलिटिकल ट्रस्ट पत्रिका के सानिध्य में तथ्य परक सकारात्मक सोच के साथ आयोजित किया गया।

‘सिलक्यारा टनल के सफल आप्रेशन पर’ विचार गोष्ठी व सम्मान सामारोह-2024 का शुभारंभ आमंत्रित मंचासीनों में मुख्य वक्ता डॉ.आशुतोष पंत निदेशक इण्डियन आयल तथा अन्य वक्ताओं में अशोक ठाकुर चेयरमैन नैफेड, बीजेपी वरिष्ठ प्रवक्ता प्रेम शुक्ला महेश चंद्रा सेवानिवृत्त महानिदेशक विदेश व्यापार महानिदेशालय भारत सरकार, गढ़वाल हितैषिणी सभा अध्यक्ष अजय सिंह बिष्ट, दैनिक भास्कर समाचार पत्र वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कौशिक, मीड़िया सलाहकार मदन मोहन सती, बीजेपी वरिष्ठ प्रवक्ता प्रेम शुक्ला तथा आयोजक मंडल सदस्यों में प्रमुख अमरचंद, निम्मी ठाकुर तथा सी एम पपनै द्वारा दीप प्रज्ज्वलन कर तथा सुमित्रा किशोर द्वारा गाए मांगल गीत के साथ किया गया। अमर संदेश समाचार पत्र व पॉलिटिकल ट्रस्ट से जुड़े संपादकों द्वारा मुख्य व विशिष्ठ अतिथि वक्ताओं का शाल ओढ़ा कर, पुष्पगुच्छ व स्मृति चिन्ह भेंट कर स्वागत अभिनंदन किया गया।

अमर संदेश समाचार पत्र द्वारा आयोजित ‘सिलक्यारा टनल के सफल आपरेशन’ पर आयोजित सकारात्मक विचार गोष्ठी में मंचासीन वक्ताओं के साथ-साथ अन्य वक्ताओं में प्रमुख वरिष्ठ पत्रकार व अध्यक्ष पर्वतीय कला केन्द्र दिल्ली सी एम पपनै, बागवानी क्षेत्र से जुड़े गोपाल उप्रेती, दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षा क्षेत्र से जुड़े प्रो.पवन मैठानी, मयूर विहार जिला मंडल पूर्व महासचिव अजय भंडारी, विनोद नगर भाजपा महिला मोर्चा से जुड़ी बबली मंमगई इत्यादि इत्यादि द्वारा संबंधित विषय पर तथ्य परक विचारों में कहा गया, अमर संदेश समाचार पत्र समाज के मुद्दों को गोष्ठी व खबरो के माध्यम से सरकार व प्रशासन तक पहुंचाने का सदैव प्रयास करता रहा है। आज का विषय भी उसी प्रयास की एक कड़ी है।सिलक्यारा सुरंग का सफल बचाव अभियान ‘आस्था और विश्वास की जीत’ रही है।

वक्ताओं द्वारा कहा गया, बिहार, झारखंड, हिमाचल, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के 41 श्रमिक 12 नवंबर 2023 को उस समय सिलक्यारा सुरंग के भीतर फंस गये थे जब निर्माणाधीन इस सुरंग के एक हिस्से में अचानक मलबा आ जाने से टनल से बाहर निकलने का रास्ता बंद हो गया था। सुरंग का दूसरा हिस्सा पहले से ही बंद था। निर्माणाधीन टनल के भीतर काम कर रहे श्रमिक सुरंग में बंद हो गये थे।

वक्ताओं द्वारा कहा गया, घटित घटना की जैसे ही राज्य प्रशासन में शीर्ष स्तर और फिर केन्द्र सरकार तक जानकारी पहुंची श्रमिकों को बचाने के लिये अभियान शुरू कर दिया गया था। एक छह सदस्यीय जांच कमेटी का गठन शांतनु सरकार की अध्यक्षता में गठित कर दी गई थी। 17 दिन तक चले बचाव अभियान में जिस प्रकार से उतार-चढ़ाव आये किसी भयावह चुनौती से कम नहीं रहे। मिली सफ़लता आस्था और विश्वास की ही जीत थी कि सभी श्रमिकों को सुरक्षित बचा लिया गया था।

वक्ताओं द्वारा कहा गया, मुख्यमंत्री धामी दिन में तीन-चार बार फंसे श्रमिकों के हाल जानने के लिए सम्पर्क साधते थे। बचाव अभियान की शुरूआत करते हुये जब बचाव दल के सदस्य आगे बढ़ने से हिचकिचा रहे थे तब मुख्यमंत्री धामी द्वारा स्वयं सुरंग के प्रवेश द्वार जो मलबा गिरने से बंद था उक्त स्थान पर जाकर बचाव दल का साहस बढ़ाया था। मुख्यमंत्री द्वारा बचाव कर्मियों के साथ-साथ सुरंग में फंसे श्रमिकों से संपर्क होने पर उनमें विश्वास जगाया था।

वक्ताओं द्वारा कहा गया, सुरंग के प्रवेश द्वार पर ग्रामीणों के ईष्ट देवता ‘बौखनाथ देवता’ के पवित्र मंदिर को निर्माण कार्य के चलते हटा दिया गया था। स्थानीय ग्रामीणों द्वारा क्षेत्र के ’देवता’ के मंदिर की पुनः स्थापना का सुझाव दिया गया था, जिसे प्रशासन द्वारा तुरंत स्वीकार करते हुये मंदिर की स्थापना की गई थी, बचाव कार्य में तेजी लाई गई थीं व सफ़लता प्राप्त हुई थी। वक्ताओं द्वारा कहा गया, सिलक्यारा के इस समूचे घटनाक्रम ने यह साबित किया है, उत्तराखंड देवभूमि है, देवभूमि में स्थापित मंदिरों में अपार शक्ति है।

सहकारी संस्था नैफेड निदेशक अशोक ठाकुर द्वारा अपने संबोधन में कहा गया, हिमालय क्षेत्र की सेवा संस्कृति ने सुरंग में फंसे श्रमवीरों को बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का कार्य किया है। हिमालय को सुरक्षित रखने पर जोर देते हुये अशोक ठाकुर द्वारा कहा गया, विकास के साथ-साथ हिमालय को बचाये रखना भी हम सब की जिम्मेवारी है। इस सबके लिये जरूरी है, पहाड़ी अंचल के लोग अपने ग्रामीण क्षेत्रों में रहें। अशोक ठाकुर द्वारा इस सफल अभियान में स्थानीय देवी-देवताओं और समाज के लोगों की भूमिका को अति महत्वपूर्ण बताया गया।

भारतीय जनता पार्टी वरिष्ठ प्रवक्ता प्रेम शुक्ला द्वारा कहा गया, सिलक्यारा सुरंग सफल आपरेशन पर संगोष्ठी आयोजित कराना अमर संदेश समाचार पत्र की खूबी व राष्ट्र निर्माण की सोच को दर्शाता है। कहा गया, 28 नवंबर 2023 को जब यह समाचार मिला कि सभी 41 श्रमिकों को सुरंग से सुरक्षित निकाल लिया गया है न केवल उत्तराखंड राज्य व भारत बल्कि पूरी दुनिया में प्रार्थना कर रहे समस्त भारवासियों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा था।

आयोजित विचार गोष्ठी में इंडियन आयल कार्पोरेशन में स्वतंत्र निदेशक के पद पर सुशोभित डॉ.आशुतोष पंत द्वारा अवगत कराया गया, इस समूचे अभियान के दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने फंसे श्रमिकों, उनके परिजनों और देश की जनता के बीच जो विश्वास जगाने का काम किया उसी का नतीजा रहा कि सभी श्रमिकों को सकुशल बाहर निकाल लिया गया। इस सफल अभियान की देश के साथ-साथ पूरी दुनिया में चर्चा हुई और राज्य तथा केन्द्र सरकार के प्रयासों की खुले मन से सराहना की गई।

विदेश व्यापार महानिदेशालय के पूर्व अधिकारी महेशचंद्रा द्वारा आयोजित विचार गोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए कहा, 16 दिन चले इस बचाव अभियान में राज्य और केन्द्र सरकार की 20 एजेंसियां लगी रही। विदेशों से आये विशेषज्ञों, विज्ञान और प्रौद्योगिकी के भरपूर प्रयासों के बाद भी जब बार बार अड़चन आती रही तब आस्था और विश्वास ने ही सफलता तक पहुंचाया। दिल्ली से बुलाये गये ‘रैट होल माइनर्स’ द्वारा की गई खुदाई अभियान ने रेस्क्यू आप्रेशन को सफ़लता के लक्ष्य तक पहुंचाया। आयोजित विचार गोष्ठी के इस अवसर पर जौनसारी गीतकार खजान दत्त शर्मा तथा राम सिंह तोमर द्वारा जनमानस को जागरुक कर देने वालीं प्रभावशाली जौनसारी कविताओं का वाचन कर आयोजित विचार गोष्ठी को यादगार बनाया।

अमर संदेश समाचार पत्र द्वारा आयोजित विचार गोष्ठी समापन के पश्चात समाचार पत्र के वार्षिक आयोजन के तहत मंचासीन वक्ताओं के कर कमलों उत्तराखंड की विभिन्न विधाओं में विशिष्ठ योगदान देने हेतु फिल्म कार महेश प्रकाश, बागवानी विशेषज्ञ गोपाल उप्रेती, उत्तराखंड फिल्म एवं नाट्य संस्थान अध्यक्षा संयोगिता ध्यानी, पहली गढ़वाली फिल्म अदाकारा कुसुम बिष्ट, महिला सशक्तिकरण व लघु उद्यम के क्षेत्र में योगदान दे रही उर्मिला माहरा, चिकित्सा तथा साइकल यात्रा से जन जागरण की अलख जगा रहे डॉक्टर उमेश पंत, जौनसारी बोली-भाषा में कविता वाचन के माध्यम अलख जगा रहे खजान दत्त शर्मा तथा उत्तराखंड अंचल की प्राकृतिक सौंदर्य व संस्कृति का फिल्मांकन कर उसका प्रचार प्रसार कर अलख जगा रहे राम सिंह तोमर, प्रसिद्ध मंच संचालिका सुमित्रा किशोर, वरिष्ठ पत्रकार दाताराम चमोली, समाज सेवी संजय चौहान, लघु उद्यमी कमल किशोर भट्ट इत्यादि इत्यादि को प्रतिष्ठित कर्मवीर सम्मान-2024 से नवाजा गया।

आयोजित विचार गोष्ठी व सम्मान सामारोह के इस अवसर विभिन्न समाजों से जुडे़ प्रबुद्ध जनों के साथ-साथ बड़ी संख्या में मीडिया से जुडे़ पत्रकारों, साहित्यकारों, रंगकर्मियों तथा समाज सेवियों की उपस्थिति मुख्य रही। आयोजित विचार गोष्ठी व सम्मान सामारोह के समापन की घोषणा अमर चंद्र व निम्मी ठाकुर द्वारा संयुक्त रूप से सभी उपस्थित जनों व वक्ताओं का आभार व्यक्त कर किया गया। आयोजित आयोजन का प्रभावशाली मंच संचालन नीरज बवाड़ी द्वार बखूबी किया गया।
अमर संदेश के संपादक अमरचंद ने इस मौके पर सभी अतिथियों का दिल की गहराई से धन्यवाद और आभार प्रकट किया साथ ही उन्होंने इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सहयोग के तौर पर ओएनजीसी ,इंडियन ऑयल भारत पैट्रोलियम का आभार जताया और उपस्थित जनसमूह का दिल की गहराई से धन्यवाद प्रकट किया।

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