मेरा रंग दे बासंती चोला’ विषय पर काव्य गोष्ठी का आयोजन
विशेष संवाददाता, लाइव न्यूज़ दिल्ली
गाज़ियाबाद। प्रतिष्ठित चैनल एवं पत्रिका ट्रू मीडिया के तत्वावधान में 10 फरवरी 2024 को ट्रू मीडिया स्टूडियो में ‘मेरा रंग दे बासंती चोला’ विषय पर काव्य गोष्ठी संपन्न हुई। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ दोहाकार डॉ. मनोज कामदेव ने की और मुख्य अतिथि श्री देवेंद्र प्रकाश शर्मा व श्री बाहर हैदर, अतिथि के रूप में रहे साहित्यकार श्री रवि ऋषि एवं डॉ. गीतांजलि गीत अरोड़ा रहे। इस भव्य कार्यक्रम का मंच संचालन बड़े ही मनमोहक अंदाज में श्रीमती उषा श्रीवास्तव ने किया।
कार्यक्रम की शुरुआत माँ सरस्वती के चरणों में सभी अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर की। उसके उपरांत ट्रू मीडिया के संपादक डॉ. ओमप्रकाश प्रजापति ने सभी अतिथियों को शॉल एवं पुष्पहार पहनाकर अभिनंदन किया। उसके बाद सर्वश्री डॉ.अंजु अग्रवाल उत्साही, अर्चना झा, पूनम मल्होत्रा, उषा श्रीवास्तव, किरण सिंह, कीर्ति रत्न, भावना अंकित त्यागी, डॉ. मेजर प्राची गर्ग, ईशा भारद्वाज, डॉ. इंद्र कुमार शर्मा, डॉ. मनोज कामदेव, नेहा शर्मा, भूपेंद्र राघव, श्री देवेंद्र प्रकाश शर्मा, डॉ. गीतांजलि अरोड़ा गीत , संगीता वर्मा, रवि ऋषि, बहार हैदर, सचिन चौधरी, राजेश भास्कर, नीलम गुप्ता, आयुषी गुप्ता, उषा सिंह, उर्वी उदल, जगदीश मीणा, महेश प्रजापति, पंडित नमन, रूबी शोम, राजेश श्रीवास्तव ने ‘मेरा रंग दे बासंती चोला’ विषय पर अपनी रचनाएं सुनाकर सभी का मन मोह लिया।
सभी अतिथियों ने काव्य गोष्ठी एवं बसंत ऋतु पर अपने विचार व्यक्त किये। ट्रू मीडिया के संपादक डॉ. ओमप्रकाश प्रजापति ने अपने वक्तव्य में कहा कि भारत में मौसम मेहमानों की तरह होते हैं। उनका स्वागत भी देवताओं सरीखा होता है। कहते भी हैं न, अतिथि देवो भवः। जैसे किसी अतिथि के आने से पहले तैयारी होती है, उसी तरह मौसम के स्वागत की भी तैयारी पूरे जोरशोर से होती है। इस ऋतु के आने पर सर्दी कम हो जाती है, मौसम सुहावना हो जाता है, पेड़ों में नए पत्ते आने लगते हैं, आम के पेड़ बौरों से लद जाते हैं और खेत सरसों के फूलों से भरे पीले दिखाई देते हैं I अतः राग रंग और उत्सव मनाने के लिए यह ऋतु सर्वश्रेष्ठ मानी गई है। कार्यक्रम के अंत में ट्रू मीडिया के संपादक डॉ. ओमप्रकाश प्रजापति ने सभी आए हुए अतिथियों, कवि- कवित्रियों, साहित्य प्रेमियों का आभार व्यक्त किया।