*दिल्ली नगर निगम ने अनाधिकृत निर्माण के विरुद्ध कठोर कदम उठाते हुए विध्वंस एवं सीलिंग अभियान चलाया*
*दिल्ली नगर निगम ने अनाधिकृत निर्माण के विरुद्ध कठोर कदम उठाते हुए विध्वंस एवं सीलिंग अभियान चलाया*



*दिल्ली नगर निगम की आम जनता से धोखेबाज बिल्डरों से दूर रहने की सलाह,भविष्य में भी जारी रहेगा अभियान*
दिल्ली नगर निगम अपने अधिकार क्षेत्र में आने वाले सभी 12 क्षेत्रों में अनाधिकृत निर्माण की रोकथाम के लिए कठोर कार्रवाई कर रहा है। दिल्ली नगर निगम का फील्ड स्टाफ अनाधिकृत निर्माण की रोकथाम के लिए तोड़फोड़ की कार्रवाई कर रहा है। निगम का फील्ड स्टाफ क्षेत्र का दौरा कर बिल्डरों द्वारा कराए जा रहे अनाधिकृत निर्माण को चिन्हित कर रहे हैं।
दिल्ली नगर निगम ने पिछले 15 दिनों में दिल्ली में 301 तोड़फोड़ एवं 77 सीलिंग की कार्रवाई की हैं। यह कार्रवाई मुख्य रूप से अनाधिकृत कॉलोनियों एवं कृषि भूमि पर की गई है। इसी कड़ी में आज मोहन गार्डन,राजपुर खुर्द स्थित विकास नगर,जेवीटीएस गार्डन छतरपुर,पुष्प विहार,मदनगीर,वसंत कुंज,जामिया नगर,जैतपुर,जगतपुरी,त्रिलोकपुरी , ढिचाओं एनक्लेव,निर्मल विहार,सुलतान गार्डन (ढीचाओं कलां),मौर्या एनक्लेव संत नगर बुरारी,लक्ष्मी पार्क,नांगलोई,रोहिणी सेक्टर 15 इलाके में 21 सम्मपतियों पर तोड़ फोड़ की कार्रवाई की गई। तोड़ फोड़ कार्रवाई में भवनों को इस प्रकार तोड़ा गया कि वो किसी भी प्रकार के इस्तेमाल एवं पुनर्निर्माण के लायक न रहें। ढांचों को गिराने के लिए जेसीबी मशीन एवं अन्य उपकरणों की सहायता ली गई। इसके अलावा 21 भूस्वामियों/कब्जेदारों पर आपधारिक देनदारी के अभियोजन दायर किए गए। यह सुनिश्चित करने के लिए कि अनाधिकृत निर्माण इसमें रहने वाले किसी भी रूप में इस्तेमाल न कर पाएं, बिजली वितरण कंपनियों एवं दिल्ली जल बोर्ड को उनके बिजली पानी कनेक्शन काटने के संबंध में भी अवगत करा दिया गया है। तोड़फोड़ की कार्रवाई के दौरान सुरक्षा के समुचित उपाय कर लिए गए थे एवं इसके साथ ही यह भी सुनिश्चित किया गया कि आस पास के किसी भी व्यक्ति या राह चलते व्यक्ति को कोई भी नुकसान पहुंचे।
दिल्ली नगर निगम को ऐसी तोड़फोड़ की कार्रवाई को रोकने के लिए कभी कभी स्थानीय जनता/निवासियों की और से भारी विरोध का सामना करना पड़ता है। स्थानीय नागरिकों द्वारा अनाधिकृत निर्माण को तोड़फोड़ एवं सीलिंग से बचाने के लिए काफी बचकाना बहाने दिए जाते हैं लेकिन इन सभी बाधाओं को पार करते हुए तोड़फोड़ एवं सीलिंग की कार्रवाई को सफलता से पूरा किया गया।
तोड़ फोड़ की कार्रवाई मुख्य रूप से उन धोखेबाज बिल्डरों के विरुद्ध की गई है जो भोली भाली जनता को सस्ते एवं बड़े फ्लैट का लालच देकर बहकाने की कोशिश करते हैं। इस कार्रवाई से ऐसे धोखेबाज बिल्डरों को झटका लगेगा जोकि मास्टर प्लान के नियमों एवं बिल्डिंग उप नियमों का मजाक बना कर निर्माण कार्यों को अंजाम देते हैं। आने वाले समय में इस अभियान को और भी कड़ाई के साथ चलाया जाएगा। इस अभियान से अनाधिकृत निर्माण के विरुद्ध की जा रही कार्रवाई को बल मिलेगा।
दिल्ली नगर निगम नागरिकों को डीएमसी एक्ट 1957, मास्टर प्लान 2021 एवं निर्माण कार्यों से संबंधित एकीकृत भवन उप नियमों के नियमों के प्रति जागरूक करने के लिए जागरूकता अभियान चला रहा है। जागरूकता अभियान के अंतर्गत नागरिकों को अवैध निर्माण के खामियाजों से अवगत कराया जा रहा है।